ईद मनाने के लिए साबित खिदमत फाउंडेशन ने जरूरतमंदों के बीच बांटी सेवई के पैकेट एवं अन्य जरूरी राशन सामग्री..
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: ईद-उल-फितर को मीठी ईद के रूप में भी जाना जाता है. हिज़री कैलेंडर के अनुसार दसवें महीने यानी शव्वाल के पहले दिन ये त्योहार दुनिया भर में मनाया जाता है. इस्लामी कैलेंडर में ये महीना चांद देखने के साथ शुरू होता है. जब तक चांद नहीं दिखे तब तक रमजान का महीना खत्म नहीं माना जाता. इस तरह रमजान के आखिरी दिन चांद दिख जाने पर अगले दिन ईद मनाई जाती है. ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन हजरत मुहम्मद मक्का शहर से मदीना के लिए निकले थे. इस बार कोविड-19 संक्रमण काल में जारी लॉक डाउन के कारण कई गरीब जरूरतमंद परिवारों के समक्ष उनके रोजगार छिन जाने की वजह से ईद मनाने में कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े. इसको देखते हुए साबित खिदमत फाउंडेशन एंड हॉस्पिटल के द्वारा ईद मनाने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच सेवई के पैकेट चीनी इलायची एवं अन्य सुखा राशन सामग्री बाटा गया. जो कि सेवई बनाने के लिए उपयोग में लाया जाता है.
इस बाबत साबित खिदमत फाउंडेशन एंड हॉस्पिटल के निर्देशक डॉ. दिलशाद आलम ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण काल में जारी लॉक डाउन के दौरान हर किसी की ईद सुव्यवस्थित ढंग से खुशी पूर्वक मनाई जाए. इसको देखते हुए सेवई बनाने में उपयोग में लाए जाने वाले सभी सूखे राशन सामग्री को बांटा गया. उन्होंने कहा कि ईद खुशियों का त्यौहार है एवं जरूरतमंदों की मदद करने से बढ़कर दुनिया में कोई खुशी नहीं है.
वहीं, फाउंडेशन के सचिव साबित रोहतासवी ने कहा कि गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को ईद मनाने के लिए राशन सामग्री का वितरण किया गया. ताकि, ईद के पर्व पर गरीब एवं जरूरतमंद परिवारों के बीच में खुशियां बांटी जा सके. इस मौके पर फाउंडेशन के सदस्य मुर्शीद रजा हरेंद्र यादव समेत अन्य सदस्य मौजूद रहें.
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