Skip to main content

Posts

Showing posts from March, 2022

बक्सर में आज अग्रवाल समाज ने मनाया होलीका दहन का पर्व..

एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: रंगों का त्योहार होली को लेकर बक्सर में लोगों के बीच गजब का उत्साह है. होली त्योहार की शुरुआत होलिका दहन से होती है. होलिका दहन मड़वाड़ी समाज के द्वारा आजा मनाया जा रहा है. होली के एक दिन पूर्व होलिका दहन के लिए शहर के बच्चों एवं युवाओं के द्वारा चौक-चौराहों पर लकड़ी और गोयठा का ढेर जमा किया जाता है. उसे जला कर होलिका दहन की रश्म को पूरा किया जाता है. वहीं मारवाड़ी समाज में होलिका दहन का विशेष महत्त्व है. यहां पूरे विधि विधान के साथ होलिका दहन किया जाता है. मारवाड़ी समाज द्वारा यहां होलिका दहन का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. इसके लिए महिलाएं गोबर की बड़कुला और होलिका तैयार करती हैं. महिलाओं के द्वारा तैयार बड़कुला व होलिका को जमा किया जाता है और पूरे विधि विधान के साथ होलिका दहन किया जाता है. मारवाड़ी समाज में होलिका दहन को नव विवाहित महिलाओं के लिए शुभ माना जाता है. पूरे विधि-विधान के साथ होलिका दहन की जाती है. इस संदर्भ में श्याम अग्रवाल ने बताया कि बक्सर में आज अग्रवाल समाज के द्वारा होलिका देवी का पूजन अर्चन की तैयारी शुरू कर दी गई है. बता दें कि होलिका दहन पूजन

वीडियो: महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवमय हुआ पूरा बक्सर, बड़े ही धूमधाम से निकली भगवान भोलेनाथ की बारात..

- बरात में भूत प्रेत व देवता आदि के भेष में दिखे युवा कलाकार. - महेश्वर नाथ मंदिर बक्सर रेलवे स्टेशन पर किया गया भव्य आरती का आयोजन. एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: जिले में महाशिवरात्रि को लेकर विभिन्न शिवालयों व मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही उमड़ना शुरु हो गई. सुबह से ही मंदिरों में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ लगी रही. श्रद्धालुओं ने विभिन्न शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक किए एवं अपनी मनोकामना को पूर्ण करने हेतु उनसे प्रार्थना किए.  वहीं दूसरी तरफ बक्सर के गौरी शंकर मंदिर एवं खलासी मोहल्ला से शिवजी की बारात निकलती है जो कि नगर के तमाम शिव मंदिरों के भ्रमण के पश्चात बक्सर के चरित्र वन स्थित पंचमुखी शिव मंदिर में पहुंचती है जहां विधि विधान से भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती का विवाह संपन्न होता है उसके बाद शिव बारात अपने प्रारंभ के यथावत स्थान पर पहुंचती है बरात में देवताओं एवं असुर के रूप तैयार होकर कलाकार भी सम्मिलित होते हैं बरात में भारी संख्या में हाथी घोड़ा ऊंट सांप बिच्छू भूत पिशाच निशाचर आदि भी सम्मिलित होते हैं शिव बारात एवं शोभायात्रा को देखने के लिए शहर के विभिन