वीडियो: महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवमय हुआ पूरा बक्सर, बड़े ही धूमधाम से निकली भगवान भोलेनाथ की बारात..
- बरात में भूत प्रेत व देवता आदि के भेष में दिखे युवा कलाकार.
- महेश्वर नाथ मंदिर बक्सर रेलवे स्टेशन पर किया गया भव्य आरती का आयोजन.
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: जिले में महाशिवरात्रि को लेकर विभिन्न शिवालयों व मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही उमड़ना शुरु हो गई. सुबह से ही मंदिरों में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ लगी रही. श्रद्धालुओं ने विभिन्न शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक किए एवं अपनी मनोकामना को पूर्ण करने हेतु उनसे प्रार्थना किए.
वहीं दूसरी तरफ बक्सर के गौरी शंकर मंदिर एवं खलासी मोहल्ला से शिवजी की बारात निकलती है जो कि नगर के तमाम शिव मंदिरों के भ्रमण के पश्चात बक्सर के चरित्र वन स्थित पंचमुखी शिव मंदिर में पहुंचती है जहां विधि विधान से भगवान भोलेनाथ एवं माता पार्वती का विवाह संपन्न होता है उसके बाद शिव बारात अपने प्रारंभ के यथावत स्थान पर पहुंचती है बरात में देवताओं एवं असुर के रूप तैयार होकर कलाकार भी सम्मिलित होते हैं बरात में भारी संख्या में हाथी घोड़ा ऊंट सांप बिच्छू भूत पिशाच निशाचर आदि भी सम्मिलित होते हैं शिव बारात एवं शोभायात्रा को देखने के लिए शहर के विभिन्न स्थानों पर श्रद्धालुओं की काफी संख्या में भीड़ उमड़ती है साखी साखी बक्सर के रेलवे स्टेशन पर महेश्वर नाथ मंदिर में मंदिर के पुजारी महेश्वर दास नागा उर्फ रंगीला बाबा के द्वारा भव्य आरती का भी आयोजन किया जाता है साथ ही साथ बारातियों एवं आम जनों के लिए प्रसाद आदि का भी व्यवस्था किया जाता है भव्य आरती एवं विधि विधान से पूजन अर्चन के पश्चात नगर के खलासी मोहल्ला एवं कोइरपुरवा से निकली हुई बारात आगे के लिए प्रस्थान करती है
बरात में शामिल नवयुवकों ने डीजे पर जमकर मचाया धूम:
महाशिवरात्रि को लेकर बक्सर में कोइरपुरवा व खल्लासी मुहल्ले से शिव बारात निकली हुई थी. जिसमें काफी संख्या में पूजा समिति के सदस्य एवं नवयुवक शामिल हुए थे. जो कि शिवजी के बरात के साथ डीजे पर नाचते झूमते हुए सभी मंदिरों में भ्रमण करते हुए आगे की ओर बढ़ते रहें.
इस बाबत मीडिया कर्मी से रूबरू होते हुए बक्सर रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर स्थित महेश्वर नाथ मंदिर के पुजारी महेश्वर दास नागा उर्फ रंगीला बाबा ने बताया कि प्रकृति एवं ब्रह्म के मिलन का अवसर है. उन्होंने कहा कि पृथ्वी पर पेड़ पौधे पुराने पत्तों को त्याग कर नया पल्लो का पेड़ पौधों से उत्पत्ति होता है. यह दांपत्य जीवन का निर्वाह होता है. आज से ही लग्न का अवसर मान करके विवाह शादी का आयोजन भी किया जाता है.
उन्होंने कहा कि पिछले 35 वर्ष से उनके द्वारा बक्सर के दो जगहों से निकली शिव बारात का भव्य स्वागत एवं आरती का आयोजन किया जाता है. जिसमें की 151 दीपबती से भगवान भोलेनाथ की आरती की जाती है एवं लोगों के बीच में प्रसाद आदि का वितरण किया जाता है. शिव बारात में शामिल सभी बारातियों एवं आम जनता को प्रसाद के तौर पर खीर आदि का वितरण कर उन्हें सम्मानित किया जाता है. इसके पश्चात बरात आगे की तरफ निकलती है.
इस बाबत महेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी रवि मिश्रा ने पत्रकारों से रूबरू होते हुए कहा कि हर साल भगवान भोलेनाथ की पूजन अर्चन महेश्वरनाथ मंदिर में भव्य आरती करने के साथ ही साथ की जाती है. आयोजन के दौरान लोगों में काफी उत्साह देखने को मिलता है. हजारों की संख्या में श्रद्धालु शिव बारात को देखने के लिए दूरदराज के इलाकों से भी पहुंचते हैं. बरात में हाथी, घोड़ा, ऊंट समेत भूत पिशाच आदि भी शामिल होते हैं. जिन्हें देखकर लोग आनंदित होते हैं. उन्होंने कहा कि हड़ताल बारातियों के लिए प्रसाद आदि का व्यवस्था किया जाता है. जिसमें खीर पेड़ा एवं अन्य चीजों से बनी प्रसाद को वितरित किया जाता है. साथ ही साथ बारातियों के लिए चाय एवं शरबत आदि की भी व्यवस्था की जाती है. उन्होंने कहा कि बक्सर रेलवे स्टेशन परिसर के बाहर स्थित चाय दुकानदार विजय राय के द्वारा ही चाय एवं शरबत आदि की व्यवस्था करते हैं. उन्होंने कहा कि हर साल 2 जगहों से बारात आती है. जिसमें कोइरपुरवा एवं खल्लासी मोहल्ला दोनों जगह से बारात आती है. जिनका पूरी तैयारियों के साथ आवभगत किया जाता है. साथी ही साथ भगवान भोले शंकर की महाआरती की जाती है. पूरे दिन माहौल शिवमय बना रहता है. उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि उत्साह एवं आशीर्वाद पाने का दिन है. इस दिन भोलेनाथ का दरबार पूरी तरह से खुला रहता है. जो भी लोग सच्चे मन से भगवान की पूजन अर्चन करते हैं उनकी हर मनोकामना अवश्य ही पूर्ण होती है.
इस बाबत स्थानीय निवासी अश्वनी कुमार ने बताया कि यह आयोजन पिछले कई वर्षों से किया जाता रहा है. जिसमें भगवान भोलेनाथ की बारात निकलती है और महेश्वर नाथ मंदिर रेलवे स्टेशन बक्सर पहुंचने पर भव्य आरती की जाती है. इस दौरान बरात में शामिल हाथी, घोड़ा, ऊंट, भूत, पिशाच, सांप बिच्छू को देखकर काफी आनंदित होते हैं.
वही इटाढ़ी के रहने वाले धीरेंद्र पाठक ने महाशिवरात्रि को लेकर पूजा समिति के द्वारा आयोजित की जाने वाली इस तरह के भव्य महाआरती एवं पूजन के लिए पूजा समितियों को धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ ही साथ उन्होंने लोगों को शुभकामना संदेश भी दिया. उन्होंने कहा कि भगवान भोलेनाथ सबकी मनोकामना को पूर्ण करें एवं सब को सही मार्ग प्रदान करें भोलेनाथ की कृपा सब पर निरंतर बनी रहे.
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