एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: बसौली गोलीकांड में नामजद अभियुक्त विशाल तिवारी, कृष्णा सिंह, अनूप यादव जगनारायण यादव तथा अंकित यादव ने बढ़ती पुलिसिया दबिश के आगे अंततः आत्मसमर्पण कर दिया है. दरअसल, पुलिस कृष्णा सिंह समेत बसौली के लोगों के घर घर की कुर्की-जब्ती करने के लिए गई थी. जैसे ही पुलिस ने घर में तोड़फोड़ शुरू की अभियुक्तों ने आत्मसमर्पण कर दिया. कृष्णा सिंह ने पुलिस के समक्ष तथा अन्य ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए औद्योगिक थानाध्यक्ष दिनेश कुमार मालाकार ने बताया कि बसौली में हुए गोलीकांड में कई अभियुक्त फरार चल रहे हैं. जिनका कोर्ट से कुर्की जब्ती वारंट प्राप्त हो चुका है. इसी के आलोक में मंझरिया तथा बसौली में एससी-एसटी थाने के थानाध्यक्ष संजीव कुमार, महिला थानाध्यक्ष नीतू प्रिया, एसआई रविकांत कुमार, राकेश कुमार, नया भोजपुर ओपी प्रभारी राजीव रंजन, दंगा नियंत्रक दल समेत पहुंच कर कुर्की जब्ती की कार्रवाई शुरू ही की थी तब तक कृष्णा सिंह ने पुलिस के समक्ष तथा अन्य ने न्यायालय में आत्मसमर्पण कर दिया. थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस अब फरार अभियुक्तों को नहीं बख्शने वाली. उन्होंने बताया कि राजद नेता संतोष भारती के पुत्र चंदन कुमार भारती के हत्या मामले में भी पुलिस फरार अभियुक्तों के घर की कुर्की जब्ती करने जा रही है. जिसके लिए न्यायालय से अनुरोध किया गया है. वारंट निर्गत होते ही कार्रवाई शुरु कर दी जाएगी.
दरअसल, औद्योगिक थाना क्षेत्र के बसौली के निवासी पुनीत दुबे ने अपने ही गांव के श्रीनिवास यादव से 5 बीघे जमीन खरीदी थी. श्रीनिवास यादव की मौत के बाद श्रीनिवास की पत्नी ने यही जमीन किसी अन्य व्यक्ति रामाश्रय यादव को बेच दी थी. इसी जमीन को लेकर दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया था. जहां 25 जुलाई को पुनीत दूबे और रामाश्रय यादव के पक्षों के बीच में मारपीट हुई थी. इस दौरान सात लोगों को गोलियां लगी थी. मामले में पुनीत दुबे के साथ-साथ करीमन यादव, लालू यादव तथा ददन यादव को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. वहीं, मामले में दोनों पक्षों के कई लोग आरोपी बनाए गए हैं. जिनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है.
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