- स्वास्थ्य विभाग ने की लोगों को सयम और धैर्य से काम लेने की अपील.
- वैक्सीन को लेकर संभावित बाधाओं को दूर करने के लिए सबका सहयोग जरूरी.
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: जिले में कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर तैयारी शुरू कर दी गयी है. इस क्रम में स्वास्थ्य समिति और जिला प्रशासन ने रणनीति बना ली है. लेकिन, कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जो टीके लगाए जाने वाले है, उसे लेकर प्रशासन व विभाग सभी पहलुओं पर काम करने की तैयारी कर रहा है. अधिकारियों व चिकित्सकों ने टीकाकरण में आने वाली संभावित बाधाओं को दूर करने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी है. इस संबंध में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. राज किशोर सिंह ने बताया जब जिले में कोरोना का संक्रमण फैलना शुरू हुआ था. तब बीमारी से अधिक लोग भ्रांतियों व अफवाहों से अधिक डरे हुए थे. लेकिन, धीरे धीरे सभी विभागों के प्रयास और स्थानीय लोगों की मदद से जागरूकता फैलाई गई. जिसके बाद लोगों तक सही जानकारी पहुंची और उन्हें जागरूक बनाया जा सका. इसलिए प्रशासन व स्वस्थ्य विभाग संबंधित बाधाओं को निष्क्रिय करने के लिए पूर्व से तैयारी कर रहा है.
लोगों को बहकाने और गलत जानकारी देने में जुटे हैं असामाजिक तत्व :
डॉ. सिंह ने बताया कि जब से केंद्र सरकार ने कोविड-19 के वैक्सीन को लेकर गाइडलाइन जारी किए हैं, तब से कुछ असामाजिक तत्व जिले वासियों को बलगराने और भ्रमित करने में लगे हुए हैं. कुछ लोग वैक्सीन के दुष्प्रभाव और उससे होने वाले नुकसान की अफवाह सोशल मीडिया पर फैलाने लगे हैं. वहीं, कुछ सरकार के चरणवार टीका लगाने के निर्णय के खिलाफ हैं. ऐसे असामाजिक तत्व भोले भाले लोगों को भ्रमित कर सामाजिक सहयोग की भावना को ठेस पहुंचाते हैं. उन्होंने बताया कि सरकार ने सबसे पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, चिकित्सकों और कर्मियों को टीका लगाने का निर्णय लिया है. ऐसा इस लिए की इन विभागों के कर्मी व चिकित्सक पूरे दिन अधिक से अधिक लोगों से घिरे रहते हैं। फील्ड वर्कर यदि कोरोना संक्रमित होता है, तो वह बड़ी जनसंख्या को संक्रमित कर सकता है. इसलिए पहले इनको टीका लगाकर संक्रमण के संभावित खतरे को रोकने का प्रयास किया जाएगा.
असामाजिक तत्वों के खिलाफ होगी कार्रवाई :
सिविल सर्जन डॉ. जितेंद्र नाथ ने बताया कि डीएम अमन समीर ने वैक्सीन को लेकर जागरूकता अभियान शुरू करने का निर्णय लिया है. इसके लिए जिला स्तर से लेकर वार्ड स्तर के जन प्रतिनिधियों का सहयोग लिया जाएगा. साथ ही, टीकाकरण कार्यक्रम में बाधा पहुंचाने और अफवाहों व भ्रांतियों को फैलाने वालों को चिन्हित करने के लिए एक टीम का गठन किया जाएगा. जो ऐसे लोगों की सूची तैयार करेंगे, जो टीकाकरण के विरोध में होंगे. उसके बाद उन चिन्हित लोगों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने के लिए भी अभियान चलाए जाएंगे. ताकि, लोगों को जागरूक कर सामूहिक सहयोग के लिए प्रेरित किया जा सके.
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