- प्रथम चरण में सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थान में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मी व आईसीडीएस कर्मियों को होगा टीकाकरण.
-टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का डाटाबेस की तैयारी लगभग हुई पूरी.
- प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को शीघ्र शेष डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश.
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर टीका आने में फिलहाल कुछ वक्त लग सकता है. परंतु जिला से लेकर प्रखंड स्तर पर कोरोना टीकाकरण की कवायद शुरू कर दी गयी है. वैक्सीन उपलब्ध होने पर प्रथम चरण में सरकारी व गैर-सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में कार्यरत कर्मियों व आईसीडीएस सेवाओं से जुड़े कर्मियों यथा आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका को कोरोना का टीका लगाया जायेगा. टीकाकरण से जुड़ी तैयारी की समीक्षा करने के उद्देश्य से सदर बीडीओ दीप चंद जोशी की अध्यक्षता में आज प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई. बैठक में बीडीओ ने कहा कि प्राप्त दिशा निर्देश के अनुसार कोविड-19 टीकाकरण के प्रथम चरण में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े फ्रंटलाइन कर्मियों को टीकाकरण किया जाना है. अतएव स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी कर्मियों यथा आशा, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका, सफाई कर्मी, झाड़ूकस, सरकारी अस्पताल एवं स्वास्थ्य केन्द्रों के कर्मियों इत्यादि का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है. साथ ही, प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े निजी स्वास्थ्य क्षेत्र के चिकित्सक, ग्रामीण चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को टीकारकरण भी प्रथम चरण में ही किया जाना है. इस डाटाबेस को भारत सरकार के पोर्टल पर भी अपलोड करने का कार्य निष्पादित किया जा रहा है. बैठक में सभी संबंधित विभागों से प्राप्त डाटा की गहन समीक्षा बीडीओ द्वारा किया गया. कोई कर्मी छूटे नहीं इस हेतु संबंधित विभाग के पदाधिकारी व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को विशेष निर्देश बीडीओ द्वारा दिया गया. बैठक में वैक्सीन के रख-रखाव हेतु कोल्ड चैन की प्रखंड स्तर एवं पीएचसी स्तर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया गया. साथ ही, टीकाकर्मी के रूप में संभावित स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित कर प्रशिक्षण हेतु सूची तैयार करने का निर्देश भी दिया गया.
स्वास्थ्य कर्मियों के साथ सेविकाओं व सहायिका ने दिया महत्वपूर्व योगदान :
बैठक में जानकारी देते हुए बीडीओ ने बताया देश में कोविड-19 के वैक्सीन का ट्रायल अपने अंतिम दौर में है. ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि आने वाले समय में कोरोना का वैक्सीन उपयोग के लिए उपलब्ध हो सकेगा. कोविड-19 काल में सरकारी व निजी क्षेत्र के स्वास्थ्य कर्मी एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों के सेविकाओं व सहायिकाओं ने कोरोना योद्धा व फ्रंटलाइन कर्मी के रूप में अपना विशेष योगदान दिया है. इसलिए टीकाकरण के प्रथम चरण में ऐसे ही कर्मियों के टीकाकरण का दिशा निर्देश दिया गया है. कर्मियों के डेटाबेस तैयार कर भारत सरकार की वेबसाईट पर अपलोड करने के कार्य भी साथ-साथ किये जा रहे हैं.
वैक्सीन के रख-रखाव को समुचित व्यवस्था करने का दिया निर्देश :
बैठक में एमओआईसी डॉ. सुधीर कुमार ने सभी चिकित्सा पदाधिकारियों कर्मियों को कोविड-19 के वैक्सीन से संबंधित आवश्यक तैयारी यथा कर्मियों का डेटाबेस पूर्ण करने एवं वैक्सीन के रख-रखाव के लिए समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया. उन्होंने बताया कि प्रखंड स्तर पर वैक्सीन के रख-रखाव हेतु अलग से डीप फ्रीजर एवं एएलआर राज्य स्तर से जिला को उपलब्ध कराया जा रहा है. जिला स्तर पर एक वॉक-ईन-फ्रीजर की उपलब्धता भी राज्य स्तर से की जाएगी. प्रथम चरण में अपना निजी क्लिनिक संचालन करने वाले मेडिकल प्रैक्टिसनर, आयुर्वेद, होमियोपैथ, युनानी पद्धती से उपचार करने वाले चिकित्सक तक को टीकाकरण हेतु शामिल किया जाना है. बैठक में कोविड-19 टीकाकरण से संबंधित तैयारी का पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया. सीडीपीओ पुष्पा रानी, बीएचएम आनंद राय, बीसीएम प्रिंस कुमार, डब्लूएचओ के अशोक कुमार, यूनिसेफ के आलोक कुमार शामिल रहे.
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