- रैली से एड्स से बचाव की लोगों को दी गई जानकारी .
- असुरक्षित यौन संबंध से दूर रहने के लिए किया गया प्रेरित .
- पीएचसी व आंगनबाड़ी केंद्रों पर हुआ कार्यक्रमों का आयोजन.
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: विश्व एड्स दिवस के मौके पर जिले में मंगलवार को जागरूक संदेश रैली निकाली गई. रैली के जरिये स्वास्थ्यकर्मियों ने लोगों को एड्स से संबंधित जानकारी देकर जागरूक किया और बचाव को लेकर प्रेरित किया. इस दौरान एड्स बचाव, कारण, लक्षण एवं उपचार की भी जानकारी दी गई. इसके अलावा लोगों के मन में एड्स को लेकर चल रही भ्रांतियों को भी दूर किया गया एवं पीड़ित व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं करने की अपील लोगों से की गई. जिला के सिविल सर्जन डॉ. जीतेन्द्र नाथ ने बताया कि विश्व एड्स दिवस के मौके पर जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जागरूकता रैली निकाली गई. ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने के लिए पीएचसी स्तर पर भी रैली निकाली गई. जिसके माध्यम से लोगों तक एड्स से बचाव, कारण, लक्षण का सही संदेश पहुंचाया गया.
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सदर प्रखंड बक्सर में विश्व एड्स दिवस पर एक रैली का आयोजन किया गया. जिसमे एड्स और एचआईवी के प्रति लोगो को जागरूक किया गया. जिसमें प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुधीर कुमार, बीएचएम आनंद राय, बीसीएम प्रिंस सिंह, प्रखंड प्रसार प्रशिक्षक मनोज कुमार, दिनेश तिवारी, आशा नीतू देवी, मीरा देवी, माया देवी, प्रेमशीला देवी, मंजू देवी इत्यादि उपस्थित हुई. वहीं, दूसरी ओर आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी रैली, रंगोली आदि का आयोजन हुआ. इस क्रम में सिमरी में सीडीपीओ संगीता कुमारी के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन हुआ. जिसमें महिलाओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
लक्षण दिखते ही कराएं जांच :-
रैली के माध्यम से लोगों से अपील की गयी कि अगर आपको एड्स के लक्षण दिखे या महसूस हो तो तुरंत जांच कराएं. वहीं परिवार के अन्य सदस्यों को संक्रमण से दूर रखें. सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में जाँच की मुफ्त सुविधा उपलब्ध है. साथ ही पीड़ित व्यक्ति को सरकार द्वारा सहायता राशि भी दी जाती है.
छुआछूत नहीं है एड्स की बीमारी, पीड़ित के साथ नहीं करें भेदभाव :-
रैली के दौरान लोगों को इस बात का भी संदेश दिया गया कि एड्स छुआछूत बीमारी नहीं है. इसलिए, पीड़ित व्यक्ति के साथ किसी प्रकार का अनावश्यक भेदभाव नहीं करें. यह हाथ मिलाने, साथ उठने-बैठने, कपड़े आदान-प्रदान करने से नहीं होता है. बल्कि, शारीरिक संबंध, खून के आदान-प्रदान समेत अन्य प्रकार के संपर्क होने से होता है.
सेविंग के दौरान साफ-सफाई का रखें ख्याल :-
अगर कोई एड्स पीड़ित व्यक्ति किसी सैलून में अपना सेविंग कराता है और उस दौरान पीड़ित व्यक्ति का चेहरा किसी जगह कट जाएँ और उसी ब्लेड से तुरंत बाद किसी स्वस्थ व्यक्ति का पुनः सेविंग करने से एड्स होने की प्रबल संभावना रहती है. इसलिए, सेविंग के दौरान साफ-सफाई का ख्याल रखें, एक ब्लेड से एक ही व्यक्ति सेविंग बनाएं, सैलून में सेविंग के उपकरण की अच्छी तरह साफ-सफाई कराएं.
असुरक्षित यौन संबंध से करें परहेज, एड्स संक्रमण से रहें दूर :-
एड्स से बचाव के लिए असुरक्षित यौन संबंध से बिलकुल परहेज करें. दरअसल, ऐसी स्थिति में एड्स संक्रमण की चपेट में आने की प्रबल संभावना रहती है. इसलिए ऐसे संबंध से परहेज कर एड्स संक्रमण से दूर रहें.
ये हैं लक्षण :
मरीज का शारीरिक वजन कम होना, लंबे समय तक बुखार रहना, काफी दिनों तक डायरिया होना, शरीर में गिल्टी होना. इस तरह की परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सकों से जांच कराएं. कराएं
इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :- मास्क का नियमित रूप से उपयोग करें. साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें. साबुन या अन्य अल्कोहलयुक्त पदार्थों से बार-बार हार धोने की आदत डालें. भीड़-भाड़ वाले जगहों से परहेज करें. बाहरी खाना खाने से बचें. ऑख, नाक और मुंह अनावश्यक नहीं छुएं. दो गज की सामाजिक दूरी बनाये रखें.
Comments
Post a Comment