एक्सप्रेस न्यूज, बक्सर: समाज के गरीब गुरबा एवं जरूरतमंदों के लिए सदैव तत्पर रहने वाला साबित खिदमत फाउंडेशन ने पूरे लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की मदद की. लॉकडाउन खत्म होने के पश्चात अनलॉक में भी साबित खिदमत फाउंडेशन के द्वारा जरूरतमंदों को मदद पहुंचाने की प्रक्रिया जारी रखी गई है. बताते चलें कि पूरे वर्ष साबित खिदमत फाउंडेशन के द्वारा जरूरतमंदों को एवं बेसहारा लोगों को आर्थिक मदद देने के साथ-साथ हर तरह से मदद पहुंचाई जाती है. साबित खिदमत फाउंडेशन के सचिव साबित रोहताषवी एवं निदेशक दिलशाद आलम का कहना है कि जरूरतमंदों की मदद कर उन्हें आत्मिक संतुष्टि मिलती है. फाउंडेशन के निर्देशक एवं सचिव का कहना है कि अपनी कमाई की 15% गरीबों एवं जरूरतमंदों की मदद में खर्च कर उनका सहारा बनने में जो खुशी है उससे बड़ी खुशी किसी कार्य में नहीं है. इसी क्रम में बताते चलें कि साबित खिदमत फाउंडेशन के द्वारा 50 चयनित जरूरतमंद विधवाओं को जरूरत की सामग्रियां मुहैया करा कर मदद पहुंचाई गई. जिसमें खाद्यान्न समेत अन्य वस्तुएं शामिल थी.
मौके पर विधवाओं ने फाउंडेशन के सदस्यों को दुआओं से नवाजा. कार्यक्रम के दौरान मौजूद समाजसेवी डॉ. निसार अहमद ने कहा कि, फाउंडेशन के द्वारा जनहित में किए जा रहे कार्यों को देखते हुए यह फक्र से कहा जा सकता है कि किसी भी जरूरतमंद को अब भूखे सोने की नौबत नहीं आएगी. संस्था के सचिव साबित रोहतासवी ने कहा कि, संस्था ने जो प्रण लिया है उसके अनुसार वह लगातार जन सेवा का कार्य करते रहेगी. उन्होंने कहा कि इस फाउंडेशन को संचालित करने का एकमात्र मकसद है जरूरतमंद एवं बेसहारा लोगों को मदद पहुंचाना. उन्होंने कहा कि मानव सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है. जातिगत भावनाओं से हटकर फाउंडेशन निरंतर अपने सामाजिक कार्यों में तत्पर रहेगा. लॉकडाउन में जहां जरूरतमंदों की मदद की जाती रही है वहीं, आगे भी सामाजिक कार्य किए जाएंगे. मौके पर शत्रुघ्न कुमार, अमित खान, हरेंद्र यादव, गोविंद जायसवाल, शाहनवाज आलम, बेबी, शैलेंद्र पांडेय, मुर्शीद आलम, शाहिद रजा, हामिद रजा, डॉ. खालिद समेत कई लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन संस्था के निदेशक डॉ. दिलशाद आलम ने किया.
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