31 मार्च तक जिले में कर्फ्यू की बात महज अफवाह, हालांकि, जरूरी काम ना हो तो घर से बाहर निकलने से बचे.
बक्सर: जनता कर्फ्यू का असर बक्सर में पूरी तरह से देखने को मिला. जनता कर्फ्यू के दौरान जिला प्रशासन ने लोगों से यह अपील की है कि, जिस तरह से उन्होंने आज जनता कर्फ्यू में अपनी सहभागिता दिखाई है. वैसे ही 31 मार्च तक अगर कोई आवश्यक कार्य ना हो तो घर से बाहर ना निकले. हालांकि, इसी बीच किसी ने यह अफवाह उड़ा दी है कि 31 मार्च तक कर्फ़्यू की को बढ़ा दिया गया है. डीएम ने पूर्णत: इस बात का खंडन किया. उन्होंने कहा कि, ऐसी कोई बात नहीं है. शॉपिंग मॉल्स, संग्रहालय को छोड़कर सभी दुकानें अथवा रेस्टोरेंट वैसे ही खुले रहेंगे. परंतु, जो सतर्कता बरतने की बात उन्हें कही गई थी. वह सतर्कता उन्हें बरतनी होगी.
इसके पूर्व महाराष्ट्र के कल्याण से बिहार पहुंची दो स्पेशल ट्रेनों से सुबह में जहां 46 यात्रियों को बक्सर में उतारा गया वहीं, दूसरी ट्रेन से तकरीबन 100 यात्रियों को बक्सर में उतारकर उन्हें आइसोलेट किया जा रहा है. जानकारी देते हुए स्टेशन प्रबंधक राजन कुमार ने बताया कि, महाराष्ट्र से रेल यात्रियों को लेकर बिहार पहुंची ट्रेन से बक्सर में उतरे यात्रियों की सबसे पहले इंफ्रारेड थर्मामीटर से स्टेशन पर जांच की गई, उसके बाद उन्हें बसों में बैठाकर इटाढ़ी रोड स्थित फॉउंडेशन स्कूल में ले जाया गया. तकरीबन 8 यात्रियों को बुखार और सर्दी-खांसी जैसे लक्षण पाए जाने पर उन्हें सदर अस्पताल शिफ्ट किया गया है. जहां चिकित्सक उनकी निगरानी कर रहे हैं.
उधर, सुबह 7 बजे से जनता कर्फ़्यू लागू होने के बाद जिलाधिकारी अमन समीर, विकास आयुक्त अरविंद कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश कुमार समेत तमाम अधिकारियों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इसके अतिरिक्त पटना से मिली खबरों के मुताबिक वहां दो संदिग्ध कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु हो गई है. जिनमें से एक दरभंगा के रहने वाले हैं तथा दूसरे मुंगेर के रहने वाले बताए जा रहे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि, जितनी सजगता से लोग रहेंगे उतना ही इस वायरस के फैलाव पर रोक होगी.उधर अभी-अभी मिल रही सूचना के मुताबिक 31 मार्च तक रेलवे की मेल-एक्सप्रेस सभी ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. अब 1 अप्रैल से ट्रेनों का परिचालन होगा.
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