- चाक-चौबंद व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण तरीके से सभी जगह हुआ नामांकन.
- नामांकन केंद्र से वापस लौटे ददन, परिवहन मंत्री संतोष निराला ने भरा नामांकन पत्र.
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: कोरोना हर क्षेत्र को प्रभावित करने के साथ-साथ आम जनमानस को भी काफी प्रभावित किया है. जिसका असर चुनाव के समय में भी देखने को मिल रहा है. तमाम सुरक्षात्मक उपायों एवं एहतियात को बरतते हुए नामांकन आदि का कार्य कराया जा रहा है. ऐसे में मतदान तथा मतदान से पूर्व नामांकन आदि के लिए नए तरह के नियम बनाए गए हैं. इन नियमों के आलोक में मतदान करने के लिए केवल तीन लोगों को पहुंचने की अनुमति है. इन तीन लोगों में ही प्रत्याशी भी शामिल होंगे. ऐसे में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले प्रत्याशी बगैर किसी तामझाम और शोर-शराबे के नामांकन करने पहुंच रहे हैं.
इसी क्रम में सूबे के पूर्व परिवहन मंत्री संतोष कुमार निराला ने केवल दो लोगों के साथ नामांकन प्रपत्र दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने कोई तामझाम नहीं रखा था. साथ ही हाथों में ग्लब्स तथा चेहरे पर मास्क लगा रखा था. बक्सर से निर्दलीय प्रत्याशी ने भी नामांकन के दौरान बेहद सतर्कता बरती थी.
इतना ही नहीं नामांकन कोषांग में प्रवेश करने से पूर्व हाथों का सैनिटाइजेशन कराना भी बेहद आवश्यक है. सैनिटाइजेशन कराने के पश्चात नामांकन प्रपत्र ले कर पहुंचे प्रत्याशी तथा उनके प्रस्तावक तथा समर्थकों को दूर-दूर बैठाया जाता है तथा बाद में नामांकन प्रपत्र प्राप्त किया जा रहा है. इस संदर्भ में अनुमंडल पदाधिकारी कृष्ण कुमार उपाध्याय से बात करने पर उन्होंने प्रत्याशियों से अपील करते हुए बताया कि, कोरोना काल में तमाम एहतियात बरते जाने आवश्यक हैं. नामांकन से लेकर निर्वाचन तक इसी प्रकार से सजगता बरतनी होगी.
हालांकि, इसके पूर्व जब भी चुनाव हुए हैं मतदान करने पहुंचने के पूर्व प्रत्याशी जमकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते थे. लेकिन, अब ऐसा हो सकेगा.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए सूचना सह जन संपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार ने बताया कि मंगलवार को भी डुमराँव विधानसभा के किसी भी उम्मीदवार के द्वारा अपनी दावेदारी का पर्चा नहीं भरा गया. हालांकि, राजद के बागी व निर्दलीय प्रत्याशी पप्पू यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया है.
हालांकि, ददन पहलवान के द्वारा मंगलवार को नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया जा सका. माना जा रहा है कि वह बुधवार तक निर्दलीय से दलीय हो सकते हैं. उधर, एनडीए तथा कांग्रेस के प्रत्याशियों की सूची फाइनल नहीं होने के कारण सत्ता के गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. देर शाम तक भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों को लेकर चर्चाएं होती रही.
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