इसी क्रम में बताते चलें कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र की पुलिस व इटाढी थाना क्षेत्र की पुलिस ने अपने-अपने थाना क्षेत्र से दो-दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. बताया जा रहा है कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र की पुलिस ने कमरपुर रेलवे गुमटी के समीप से शंकर दयाल सिंह को 92 पीस 180ml टेट्रा पैक अंग्रेजी शराब के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है तथा नदाव गांव में छापेमारी कर पुलिस के द्वारा पूर्व के शराब बरामदगी मामले में फरार चल रहे अभियुक्त भरत चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. दूसरी, तरफ इटाढी थाना क्षेत्र की पुलिस ने विगत कई दिनों से फरार चल रहे गैर जमानती वारंटी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. बताया जा रहा है कि कन्हैया सिंह पिता कुंदन सिंह इटाढी थाना क्षेत्र के महिला गांव के रहने वाले है. जिनके विरुद्ध न्यायालय के द्वारा गैर जमानती वारंट निर्गत किया गया था. वहीं, गुप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने थाना क्षेत्र के नारायणपुर मोड़ के समीप से निखिल राज पांडे पिता सीधेश्वर पांडे धनसोई थाना क्षेत्र के मानिकपुर के रहने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है पुलिस को सूचना प्राप्त हुआ था कि नारायणपुर मोड़ के समीप शराब की नशे में एक युवक हंगामा मचा रहा है जिसके बाद पुलिस के द्वारा त्वरित कार्रवाई कर उक्त शराबी को हिरासत में लेते हुए मेडिकल चेकअप हेतु भेजा गया जहां शराब पीने की पुष्टि हो जाने के पश्चात कानूनी कार्रवाई पूरी करते हुए जेल भेज दिया गया.
12 करोड़ के जमीनी विवाद में हुई थी हृदय यादव की हत्या, विशाल तिवारी समेत एक गिरफ्तार, अन्य की तलाश जारी..
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: पिछले वर्ष स्टेशन रोड में 18 दिसम्बर को मुसाफिर गंज निवासी जमीन कारोबारी हृदय यादव की हत्या मामले का खुलासा कर लिया गया है. एसपी बक्सर शुभम आर्य ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि यह हत्या तक़रीबन 12 करोड़ रूपये के जमीन विववाद से जुड़ी थी. इटाढ़ी रोड में यह जमीन स्थित है और इसी को लेकर हृदय यादव और विशाल तिवारी के बीच बहुत दिनों से विवाद चल रहा था. पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि इस विवाद में दोनों पक्षों को एक-दूसरे से जान का खतरा था. एसपी शुभम आर्य ने प्रेस वार्ता में बताया कि विशाल तिवारी ने हृदय यादव की हत्या की साजिश रची थी. हत्या के दिन राजन ओझा ने रेकी कर शूटर को बुलाया और हत्या को अंजाम दिलवाया. घटना के बाद से ही दोनों आरोपी विशाल तिवारी और राजन ओझा फरार हो गए थे और पुलिस से बचने के लिए अपने मोबाइल फोन बंद कर दूसरे राज्य में जाकर छिप गए थे. लेकिन , पुलिस ने तकनीकी अनुसंधान और मृतक के परिजनों से मिली जानकारी के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया और दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की. पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड में विशाल तिवारी...
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