Data operators protest by tying black bars in their handsहाथों में काली पट्टी बांधकर डाटा ऑपरेटरों ने जताया विरोध...
एक्सप्रेस न्यूज, बक्सर : स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के नेतृत्व में शनिवार को हाथों में काली पट्टी बांधकर विरोध जताया. सभी ने राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा चयनित नई एजेंसी के द्वारा किए जा रहे नियम विरोधी कार्यों का विरोध जताते हुए अपने समायोजन की मांग की.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए डाटा ऑपरेटरों ने बताया कि लगभग 6 साल से डाटा ऑपरेटर अपनी सेवाएं स्वास्थ्य विभाग को दे रहे हैं. इसी बीच राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा उर्मिला इंटरनेशनल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से अनुबंध कर लिया गया है. नई कंपनी के द्वारा सभी डाटा इंट्री ऑपरेटरों को टाइपिग टेस्ट के साथ मेरिट के बाद आरक्षण रोस्टर लागू कर करने की बात कही जा रही है. साथ ही यह भी सहमति मांगी जा रही है कि इन्हें बिहार के दूसरे राज्यों में भी सेवाएं देने के लिए भेजा जा सकता है जबकि, सरकार के नियमानुसार अल्प वेतनभोगी अथवा संविदा या निविदा कर्मियों को अन्य जिलों में स्थानांतरित नहीं किया जा सकता. ऐसे में यह साफ प्रतीत हो रहा है कि सभी डॉटा इंट्री ऑपरेटरों को हटाने की साजिश की जा रही है. जबकि, डाटा एंट्री ऑपरेटरों ने कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी अपने दायित्वों का निर्वहन चुस्ती दुरुस्ती के साथ निभाया है. ऐसे में सभी डाटा इंट्री ऑपरेटरों ने सरकार से यह मांग की है कि, सरकार बिना किसी शर्त सभी का समायोजन करें अन्यथा ऑपरेटर आंदोलन करने को बाध्य हो जाएंगे.
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