एक्सप्रेस न्यूज, बक्सर: डुमराव अनुमंडल के कोरानसराय थाना क्षेत्र के नाजिरगंज गांव में आग में हरा चना भूनने के दौरान दो बच्चे आग की चपेट में आ गए. जब यह घटना आंगन में बैठी विवाहिता प्रियंका देवी ने देखा तो वो दौड़े-दौड़े आई और किसी तरह से दोनों बच्चों को तो बचा ली. लेकिन, उसी आग की चपेट में आकर खुद बुरी तरह से जख्मी हो गई. बताया जा रहा है कि बच्चों को आग से बचाने के दरमियान उनके कपड़े में आग पकड़ लिया और तुरंत हीं आग ने भयानक रूप धारण कर लिया. जिसके बाद दूसरे कमरे में लेटी विवाहिता की जेठानी उनके चिल्लाने की आवज सुनकर वहां पहुंची और आंगन में मौजूद नाद के पानी और बाल्टी के पानी को फेंककर आग बुझाने लगी और शोरगुल की आवाज सुन बगलगीर भी पंहुचे किसी तरह से सभी ने मिलकर आग पर काबू पाया. जिन्हें आनन-फानन में परिजनों के द्वारा बक्सर के सदर अस्पताल में लाया गया. जहां उनका इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि बच्चों को आग की चपेट में आ जाने के बाद उन्हें बचाने के दरमियान ही विवाहिता आग की चपेट में आ गई और बुरी तरह से झुलस गई.
इस घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए सदर अस्पताल के चिकित्सक ने बताया कि महिला बुरी तरह से झुलस गई है. उसके शरीर के 80% भाग आग में झुलस गया है. उन्होंने बताया कि महिला को बेहतर इलाज हेतु अन्यत्र रेफर कर दिया गया था. लेकिन महिला के परिजनों ने आर्थिक स्थितियों का हवाला देते हुए बाहर ले जाने से मना किया और सदर अस्पताल के बर्न यूनिट में ही महिला को रखकर उसका इलाज किया जा रहा है. मीडिया कर्मी को जानकारी देते हुए विवाहिता की जेठानी एवं बगल गीर ने बताया कि बच्चों को तो विवाहिता के द्वारा आग की चपेट में आने से बचा लिया गया. लेकिन, वह खुद की चपेट में आने के कारण बुरी तरह से झुलस गई.
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