कुंवारी कन्या के पूजन के साथ संपन्न हुआ नवरात्रि का पर्व,अगले वर्ष से सामूहिक विवाह की भी बनी योजना..
- महाशक्ति कालरात्रि नव दुर्गा धाम में आयोजित हुआ पूजन कार्यक्रम.
- देश और विदेशों से भी आए श्रद्धालु भक्त, कलश रख की उपासना.
एक्सप्रेस न्यूज, बक्सर : चैत्र नवमी के मौके पर महाशक्ति कालरात्रि धाम माता मंदिर पुलिस लाइन के समीप मंदिर मां दुर्गा की विधि विधान से पूजा के साथ-साथ कन्या पूजन का कार्यक्रम आयोजित करने के साथ हीं 364 कन्याओं के पूजनोपरान्त भोजन एवं वस्त्र तथा दक्षिणा देकर विदाई दी गई. पूजन कार्यक्रम के दौरान ही समिति के लोगों व पुजारी व अन्य लोगों के द्वारा संकल्प लिया गया कि अब महाशक्ति कालरात्रि नवदुर्गा धाम में हर साल निर्धन माता-पिता के अथवा अनाथ बेटियों का विवाह भी कराया जाएगा. महंत द्वारकाधीश जी महाराज ने कहा कि श्रद्धालु भक्तों के सहयोग से यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
इसके पूर्व महाशक्ति कालरात्रि नवदुर्गा धाम में चैत्र नवरात्रि के मौके पर नौ दिनों तक माता भगवती की उपासना कलश स्थापना के साथ की गई. नवमी तिथि को माता का विधि-विधान से पूजन किया गया, इसके बाद हवन आदि कर पूजन सम्पन्न हुआ. तत्पश्चात कन्या पूजन व भव्य भंडारे का आयोजन हुआ.
महाशक्ति कालरात्रि धाम में नवरात्रि में दूर-दराज से माता के दर्शन व पूजन के लिए पहुंचते हैं भक्त:
मंदिर के सेवक अमित कुमार माली ने बताया कि वर्ष के शारदीय नवरात्र तथा वसंतिक नवरात्र दोनों में माता भगवती की पूजा कलश स्थापना के साथ की जाती है. ऐसे श्रद्धालु भक्त जिनकी मुरादें माता पूरी करती हैं. वह दोनों नवरात्रि में यहां कलश रखकर विधि-विधान से पूजा अर्चना करते हैं. यह भक्तों की माता के प्रति आस्था ही है कि श्रद्धालु भक्त न सिर्फ देश बल्कि विदेशों से भी हर साल नियमित रूप से यहां आते हैं. कन्याओं के पूजन के बाद उन्हें विदायी के समय पौधों का उपहार भी दिया गया. ताकि, पर्यावरण संरक्षण की मुहिम जारी रहे.
बता दें कि महाशक्ति कालरात्रि धाम में हर साल शारदीय नवरात्र व चैती नवरात्र में मंदिर परिसर में कलश स्थापना व पूजन अर्चन विधि विधान से की जाती है. हजारों हजार की संख्या में भक्तों की आगमन भी पूजन अर्चन के लिए जुटती है. विशेषकर नवमी तिथि के दिन भक्तों का भीड़ काफी संख्या में जुटता है. इस दौरान मंदिर परिसर व आसपास माहौल पूरी तरह से भक्तिमय व माता माता के जयकारों से गूंजता रहता है. हर साल के भांति इस साल भी विधि विधान से पूजन अर्चन की गई. मंदिर के महंत ने कहा कि यह कार्यक्रम आगे भी विधिवत जारी रहेगा.
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