-जरूरी कार्य से महज 5 मिनट के लिए कोर्ट में गया था पीड़ित व्यक्ति.
-बाहर आने पर नहीं मिला खड़े किए गए स्थान पीड़ित व्यक्ति का बाईक.
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: बक्सर व्यवहार न्यायालय के बाहर मोटरसाइकिल चोरों के आतंक से व्यवहार न्यायालय में आने वाले लोग काफी परेशान है. बता दें कि आए दिन यहां पर मोटरसाइकिल चोरों का आतंक जारी है. व्यवहार न्यायालय में अपने मुकदमे से संबंधित जरूरी काम से आने वाले लोग अपनी मोटरसाइकिल को बाहर गेट के सामने या कहीं खाली जगह पर बाईक लगा कर अपने वकील से मुलाक़ात करने या अपने काम को पूरा करने के लिए ज्यों हीं न्यायलय में जाते हैं पहले से वहां चोरी के नियत से टकटकी लगाए अज्ञात चोर बाईक लेकर वहां से भाग जाते हैं. ज़ब काम पूरा कर लोग वापस आते हैं तो अपनी बाईक खड़ा किए गए स्थान पर ना पाकर खोजबीन शुरू कर देते हैं. लेकिन, वो वाली कहावत वहां चरितार्थ होता है कि अब लाठी पीटने से क्या होगा ज़ब सांप बिल में घुस जाए. काफी खोजबीन के बावजूद भी ज़ब पीड़ित व्यक्ति अपना बाईक नहीं ढूंढ़ पाता है तो वह स्थानीय थाने में जाकर लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज करवा देता है और थाने का चक्कर लगाते रहता है और इस आस में रहता है कि शायद जल्द हीं पुलिस उसकी बाईक को ढूंढ़ सके.
आज सोमवार को बक्सर व्यवहार न्यायालय में वरिष्ठ अधिवक्ता सरोज उपाध्याय के बेंच पर अपने मुक़दमे से सम्बंधित कार्य से आये उनके मुव्वकील राज कुमार पांडेय इंडस्ट्रियल एरिया मारुती कॉलोनी अपनी बाईक हीरो होंड़ा स्प्लेंडर काला रंग को व्यवहार न्यायालय के गेट के सामने लगा कर अंदर किसी कागज पर हस्ताक्षर करने गए और वापस आये तो महज कुछ हीं मिनटों में चोरों ने उनकी बाईक जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर बी आर 44 एन 8229 है को लेकर गायब हो गए थे. काफी खोजबीन के बावजूद उनकी बाईक नहीं मिली और तो वह बाईक चोरी हो जाने के सन्दर्भ में प्राथमिकी दर्ज कराने हेतु लिखित आवेदन लेकर नगर थाना पहुंचे.
ऐसे में नगर थाने की पुलिस के दिन के गस्ती और न्याय के लिए कोर्ट पहुंचे पीड़ित व्यक्ति व न्यायलय के आस पास के इलाके की सुरक्षा में पूरी तरह से लापरवाही बरतने का आलम साफ तौर पर नजर आ रहा है. आए दिन कोर्ट परिसर व नगर के अन्य इलाकों में बढ़ती बाईक चोरी की घटनाएं पुलिस की कार्यशैली में लापरवाही बरतने व बाईक चोरों को पकड़ने व चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने में विफलता दर्शा रही है. पुलिस को बाईक चोरी की घटनाओं के विरुद्ध विशेष अभियान चलानी चाहिए और लोगों को भी जागरूक होते हुए नजदीकी मोटरसाइकिल स्टैंड में अपनी बाईक खड़ी कर हीं न्यायालय में वह अन्य जगहों पर जाना चाहिए. ताकि, वह अपनी बाइक चोरी होने से बचा सकें.
इंद्राकान्त तिवारी.
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