- भोजपुरी साहित्य मंडल के अध्यक्ष अनिल कुमार त्रिवेदी की अध्यक्षता में आयोजित था कार्यक्रम.
- सुप्रसिद्ध साहित्यकार अरुण मोहन भारवि समेत कई अन्य ने वेदव्यास के प्रति व्यक्त किए विचार.
एक्सप्रेस न्यूज, बक्सर: भोजपुरी साहित्य मंडल बक्सर के अध्यक्ष अनिल कुमार त्रिवेदी की अध्यक्षता में गुरु पूर्णिमा महर्षि वेदव्यास की जयंती के रूप में नगर के शारदा सभागार में मनाई गई तथा इस अवसर पर उनकी कालजयी रचना महाभारत एवं श्रीमद् भागवत गीता की विशिष्टताओं पर परिचर्चा की गई. कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि वेदव्यास के चित्र पर माल्यार्पण कर की गई.
इस दौरान सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. अरुण मोहन भारवि ने महर्षि वेदव्यास को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि महर्षियों में वेदव्यास का स्थान स्वत: सिद्ध है, तभी तो उनके जन्मदिन को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. वेदव्यास की दूसरी खासियत यह है कि उन्हें ऋषि का दर्जा प्राप्त है. उन्होंने कहा कि ऋषि वह होता है जो देश हित में खोज (रिसर्च)करता है. यह कर्म प्रधान वर्ण व्यवस्था के प्रतीक है. इसलिए इन्हें ब्राह्मण और इनके वंशज कौरव पांडव को चंद्रवंशी क्षत्रिय माना जाता है. डॉ. भारवि के अनुसार आज से 5 हजार साल पूर्व महर्षि वेदव्यास ने महाभारत की रचना की थी. जो विश्व का सबसे बड़ा महाकाव्य माना जाता है और उसके एक खंड को हिंदू अपने सबसे बड़े धर्म ग्रंथ गीता के रूप में आदर देते हैं. गीता ही वह दिव्य ग्रंथ है. जिसे पढ़ने से ज्यादा अपने जीवन में उतारने या उसके आधार पर जीवन यापन करने की जरूरत पड़ती है. फल की चिंता छोड़ कर निष्काम कर्म करने की शिक्षा गीता से प्राप्त होती है.
कार्यक्रम के दौरान अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में अनिल कुमार त्रिवेदी ने कहा कि महर्षि वेदव्यास को गुरु के रूप में प्रथम स्थान प्राप्त है और इनकी रचना महाभारत एवं श्रीमद्भागवत गीता को भारतीय बांग्मय एवं संस्कृति में सबसे ऊंचा दर्जा प्राप्त है. गीता का ज्ञान केवल भारत या हिंदुओं के लिए ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व तथा समग्र मानवता के लिए अत्यंत कल्याणकारी, उपयोगी एवं प्रासंगिक है.
महर्षि वेदव्यास की जयंती गुरु पूर्णिमा के अवसर पर प्रचार्य नीलम भारवि, अमरेंद्र दुबे, रामाकांत तिवारी, मन्नू प्रसाद, विनीत कुमार सिंह, विमलेश पाठक, राजेश महाराज, अभिषेक वर्मा एवं अन्य लोग भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा कर महर्षि वेदव्यास के प्रति अपने विचार व्यक्त किए.
Comments
Post a Comment