भोजपुरी साहित्य मंडल व आर्या एकेडमी के साझा बैनर तले मनाया गया बिहार सरकार के पूर्व मंत्री शोषितों के संरक्षक की 14वीं पुण्यतिथि।
एक्सप्रेस न्यूज़, बक्सर: भोजपुरी साहित्य मंडल बक्सर व आर्या एकेडमी बक्सर के द्वारा संयुक्त बैनर तले बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और आर्या एकेडमी ट्रस्ट के प्रथम संरक्षक पंडित जगनारायण त्रिवेदी की 14 वीं पुण्यतिथि आर्या एकेडमी बक्सर के शारदा सभागार में सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.अरुण मोहन भारवि की अध्यक्षता तथा प्राचार्य नीलम भारवि के संचालन में पूरे उत्साह के साथ मनाई गई। जिसमें विद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने बढ़ चढ़कर अपनी सहभागिता दर्ज कराई।
सभा की शुरुआत जगनारायण त्रिवेदी के तैल चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके की गई।
अपने अध्यक्षीय संबोधन में साहित्यकार डॉ. अरुण मोहन भारवि ने कहा कि पंडित जगनारायण त्रिवेदी एक कद्दावर समाजसेवी एवं राजनेता होने के साथ हीं एक राजनीतिक संत थे। वे राजनीति के कीचड़ में खिले हुए कमल थे। जो राजनीति की काजल की कोठरी में रहने के बावजूद बेदाग छवि वाले महात्मा की तरह थे।
डॉ. भारवि ने अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि पंडित जगनारायण त्रिवेदी की अपनी मान्यता थी कि व्यक्ति से बड़ा दल और दल से बड़ा देश होता है। इसलिए हमें कभी भी अपने व्यक्तिगत लाभ के लिए राजनीति नहीं करना चाहिए। क्योंकि जब देश सुरक्षित रहेगा, तभी हम भी सुरक्षित रहेंगे और राजनीति भी कर सकेंगे। प्राचार्य नीलम भारवि ने अपना श्रद्धासुमन समर्पित करते हुए कहा कि पंडित जगनारायण त्रिवेदी बेजुबानों की जुबान थे और शोषित पीड़ितों के संरक्षक थे। वह पीड़ित और कमजोर लोगों का बिना कोई फीस लिए हुए हीं फ्री के वकील थे।
विद्यालय की शिक्षिकाएं अनिता देवी,अंशु कुमारी, तनु सिन्हा, ललिता कुमारी, इशिका जायसवाल एवं अदिति ने पंडित जगनारायण त्रिवेदी को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि बिहार सरकार के पूर्व मंत्री पंडित जगनारायण त्रिवेदी के निधन से गांधीवादी विचारधारा वाले राजनीतिज्ञों की अंतिम कड़ी भी टूट गई।
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